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Showing posts from November, 2019

परबतसर में 1 दिसंबर को सेन समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में 18 जोड़े बंध...

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परबतसर में 1 दिसंबर को सेन समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में 18 जोड़े बंधेंगे परिणय सूत्र में। SainTv नागौर जिले के सेन समाज सेवा समिति परबतसर के तत्वाधान में 1दिस्मबर को सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन होगा। आयोजन को लेकर बाबा रामदेव मंदिर में तैयारीयां की जा रही है। इस आयोजन समिति के सदस्य विक्रम सेन बिठवालिया ने बताया की सामुहिक विवाह सम्मेलन में 18 जोड़े शामिल हो रहे हैं।  मिडिया प्रभारी भावेश सेन ने बताया कि सम्मेलन अखिल भारतीय सेन भक्तिपीठ जोधपुर सैनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरी महाराज ओर मसाणिया भैरव धाम राजगढ के उपासक चंपालाल महाराज व वृद्धाश्रम बाड़मेर के दयालपुरी के सानिध्य में होगा। विवाह समिति के अध्यक्ष अमर चंद सेन ने बताया कि सेन समाज सामूहिक विवाह सम्मेलन में संतो के अलावा राज्य सरकार के मंत्री, विधायक, प्रधान, पुर्व विधायक सहित सेन समाज के विभिन्न संगठनो के अध्यक्ष व पदाधिकारी शिरकत करेंगे।  समिति के कोषाध्यक्ष आनंद सेन बताया की मंच, दुल्हा दुल्हन के बैठने तथा भोजन शाला के टेंट लगाने आदि सहित विभिन्न व्यवस्थाओं को अतिंम रूप दिया जा रहा है। सचिव गोवर्धन सेन पालियास ने कहा है

श्री पीरपुरी नवयुवक मंडल कानोड़ का दीपावली स्नेह मिलन समारोह आयोजित हुआ। ...

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श्री पीरपुरी नवयुवक मंडल कानोड़ के तत्वाधान में दीपावली स्नेह मिलन समारोह आयोजित हुआ। बाड़मेर जिले के बायतु उपखण्ड क्षेत्र के कानोड़ क़स्बे में श्री पीरपुरी नवयुवक मंडल द्वारा दीपावली स्नेह मिलन समारोह का आयोजन धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस दौरान ग्रामीणों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और युवाओं का सहयोग किया। कार्यक्रम में 1के सौ से भी ज्यादा कर्मचारियों और प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के पश्चात भामाशाह द्वारा बनाए गए खूबसूरत और विशाल कबूतरों के चुग्गा घर को ग्रामीणों के दो मुठ्ठी दाने के सहयोग के साथ ग्रामीणों को सुपर्द किया गया। इस दौरान ब्रिगेडियर जब्बरसिंह ने कहा कि आज हम सभी हिंदु धर्म के लोगों को एक होने का समय हैं ओर कानोड़ के ग्रामीण लोगो को भी इस कार्यक्रम में भाग लेना चाहिए। किशोर सिंह कानोड़ ने इस दौरान कहा कि आज इस मौके पर एक प्रण लेकर जाए कि कानोड़ को साक्षर करेंगें। तभी हमारा यह कार्यक्रम सार्थक होगा। आज इस बात की खुशी हैं कि हमारे कानोड़ में कर्मचारियों की संख्या सौ से ज्यादा हो गई हैं। अमरसिंह राजपुरोहित ने कहा कि इस गांव में सभी भाई एक समान अपने आपको समझे कि हम सब एक ही हैं न

चित्रकूट में हैं भगवान श्रीराम से जुड़े कई धार्मिक स्थल, सबका अपने आप मे...

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चित्रकूट में हैं भगवान श्रीराम से जुड़े कई धार्मिक स्थल, सबका अपने आप में है अलग स्थान। Panawara TV चित्रकूट में भगवान राम का 84 कोसीय तपोवन क्षेत्र है. कहा जाता है कि वनवास के दौरान श्री राम, माता- सीता और लक्ष्मण के साथ यहां 11 वर्ष से अधिक का समय बिताया था. यहां भगवान राम से जुड़े कई महत्वपूर्ण स्थल हैं। सतना।  सबसे प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक चित्रकूट प्रकृति और ईश्वर की अनुपम देन है. यह भगवान राम का 84 कोसीय तपोवन क्षेत्र है. कहा जाता है कि वनवास के दौरान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण के साथ अयोध्या से 5 वें दिन चित्रकूट पहुंचे और अपने 14 वर्ष के वनवास में से 11 वर्ष से अधिक का समय बिताया। " चित्रकूट में भगवान श्रीराम से जुड़े कई महत्वपूर्ण स्थान हैं. जैसे कामदगिरी पर्वत, रामघाट, जानकीकुंड, स्फटिक शिला, सती अनुसूइया, गुप्तगोदावरी, हनुमानधारा और भरतकूप। " कामदगिरी पर्वत इस पर्वत का बड़ा धार्मिक महत्व है. जंगल से घिरे इस पर्वत के ताल पर अनेक मंदिर बने हुए हैं. चित्रकूट के लोकप्रिय कामतानाथ और भरत मिलाप मंदिर भी यहां स्थित हैं. यहां परिक्रमा करने के बाद लोग भगवान कामत

धनाऊ में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के जलसे का भव्य आयोजन हुआ। Panawara TV

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धनाऊ में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के जलसे का भव्य आयोजन हुआ। Panawara TV मिलाद में बहुत बरकत होती हैं। मिलाद शरीफ के आयोजन से दीनी इल्म को बढ़ावा मिलता है। दौलत की जगह अगर दीन को तवज्जो देकर अपनाया जाए, तो हर मुश्किल टल जाएगी। ईमान इंसान की पहचान व हौंसला हैं। इंसान को अपने ईमान पर हर वक्त कायम रहना चाहिए। यह विचार बाड़मेर जिले के धनाऊ कस्बे के जामा मस्जिद के मैदान में आयोजित जश्ने ईद मिलादुन्नबी के जलसे के दौरान खुसूसी मुकर्रर मौलाना क़ातिब अहमद अकबरी ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि बेटा अल्लाह की नेहमत है तो बेटी अल्लाह की रहमत होती हैं। हमे एक समान रूप से उनकी परवरिश करनी चाहिए। जिंदगी का कोई नियत समय नही हैं, इसलिए हर समय निस्वार्थ भाव से अच्छे व सच्चे कर्म करते रहना चाहिए। सखावत रब को पसंद हैं, हमें खयानत से बचकर सखावत को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि नमाज, रोजा, हज व जकात हम सभी पर फर्ज हैं। हमें इस फर्ज को भी निभाना चाहिये। उन्होंने विभिन्न तरह के उदाहरणों सहित दीन पर विस्तार से प्रकाश डाला। खुसूसी नातख़्वाह मौलाना कारी एहसान अली सिदिकी ने मुल्क व मिल्लत के लिए नात शरीफ के तराने गु